देहरादून।
पाकिस्तान के खिलाफ भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में एकजुटता और देशभक्ति का अभूतपूर्व नज़ारा देखने को मिल रहा है। एयर स्ट्राइक की कार्रवाई के बाद जहां पूरे देश में जश्न का माहौल है, वहीं विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोगों ने भारतीय सेना के इस साहसिक कदम का समर्थन करते हुए एकता की मिसाल पेश की है।
इसी क्रम में उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने एक बड़ा बयान देते हुए देश के मुसलमानों और धर्मगुरुओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज भारत वाकई में “अनेकता में एकता” की तस्वीर बन चुका है। चाहे कोई हिंदू हो, मुस्लिम, सिख या ईसाई, हर धर्म का नागरिक आज अपने धर्म और जाति से ऊपर उठकर सिर्फ एक भारतीय के रूप में खड़ा है।
शम्स ने कहा, “देश के मुसलमानों और धर्मगुरुओं ने जिस प्रकार से इस कठिन घड़ी में सेना का समर्थन किया है, वह न केवल प्रशंसनीय है बल्कि पूरे देश को एक सकारात्मक संदेश भी देता है। आज हर भारतवासी की एक ही पहचान है – वह एक भारतीय है। हमारा धर्म, हमारी जाति, हमारी भाषा – सब बाद में आती हैं, सबसे पहले आता है हमारा देश।”
उन्होंने आगे कहा कि सेना के जवान जब सीमाओं पर हमारी रक्षा कर रहे होते हैं, तब वे यह नहीं देखते कि सामने वाला कौन से मजहब का है। वे सिर्फ देश की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं और हम सबका भी यह कर्तव्य बनता है कि जब देश को हमारी जरूरत हो, तो हम भी बिना भेदभाव के एक साथ खड़े हों।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक समर्थन की लहर है। आम नागरिक हों या राजनेता, हर कोई भारतीय सेना के इस साहसी कदम की सराहना कर रहा है। इस बीच शादाब शम्स का यह बयान उस सोच को और मज़बूती देता है कि भारत में धर्म के नाम पर नहीं, बल्कि देश के नाम पर एकता बनती है।
उन्होंने अपने संदेश के अंत में कहा, “भारत माता की जय कहना, तिरंगे के नीचे एकजुट होना और देश के लिए जान देना – यही असली धर्म है। हम सबको इस बात को समझने और आगे बढ़ाने की जरूरत है।”
देश के कोने-कोने से आ रही ऐसी प्रतिक्रियाएं यह साबित करती हैं कि जब बात भारत की हो, तो हर भारतीय सिर्फ एक रंग में रंग जाता है – देशभक्ति के रंग में।
(बाइट – शादाब शम्स, वक्फ बोर्ड प्रदेश अध्यक्ष)
“हम आज सिर्फ मुसलमान नहीं, सिर्फ हिंदू नहीं – सिर्फ भारतीय हैं। हमारा धर्म सिर्फ देश है, और हमारी पूजा उसका सम्मान करना है। भारतीय सेना को सलाम है।”