देहरादून। राजधानी देहरादून में जाम की विकराल होती समस्या को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए रोडमैप तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में कहा कि ट्रैफिक जाम को लेकर आने वाले 25 वर्षों को ध्यान में रखते हुए एक दीर्घकालिक योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बिंदाल और रिस्पाना नदियों पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड इस दिशा में एक ऐतिहासिक निर्माण साबित होगा।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जाम से निजात दिलाने के नाम पर सरकार कई घोषणाएं कर चुकी है। स्मार्ट सिटी परियोजना भी उसी दिशा में सरकार का एक वादा था। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पिछली दीर्घकालिक योजनाओं को जमीन पर उतारने में सरकार सफल नहीं हुई, तो अब नई 25 वर्षीय योजना पर कैसे विश्वास किया जाए?
बिष्ट ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार केवल घोषणाएं कर रही है, जबकि जमीनी स्तर पर काम की गति बेहद धीमी है। उन्होंने मांग की कि सरकार को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि पहले की योजनाओं का क्या हुआ और उनका लाभ जनता को क्यों नहीं मिला।
राजधानी में रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम से आमजन त्रस्त है, ऐसे में सरकार की नई योजना से उम्मीदें तो जगी हैं, लेकिन विपक्ष के सवालों ने इस पर कई गंभीर चिंताएं भी खड़ी कर दी हैं।